Mobile Tariff : महंगे मोबाइल रिचार्ज से नहीं मिलेगी राहत, सिर्फ कॉल या एसएमएस पैक पर कंपनियों ने दिया ये जवाब
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Mobile Tariff : महंगे मोबाइल रिचार्ज से नहीं मिलेगी राहत, सिर्फ कॉल या एसएमएस पैक पर कंपनियों ने दिया ये जवाब
राहत की उम्मीद कर रहे आम ग्राहकों को महंगे मोबाइल टैरिफ से निराशा हो सकती है. ट्राई के सुझाव पर टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि बंडल पैक की जगह एसएमएस या कॉल पैक की जरूरत नहीं है। कंपनियों का कहना है कि मौजूदा टैरिफ प्लान ग्राहकों की विभिन्न जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त हैं।
ट्राई का कंसल्टेशन पेपर पिछले महीने आया था
टेलीकॉम कंपनियों की प्रतिक्रिया ट्राई के सुझाव के बाद आई है. टेलीकॉम रेगुलेटर TRAI ने पिछले महीने एक कंसल्टेशन पेपर जारी कर टेलीकॉम कंपनियों को टैरिफ प्लान से जुड़ा एक प्रस्ताव दिया था. परामर्श पत्र में कंपनियों से ग्राहकों के लिए बिना डेटा यानी केवल वॉयस और एसएमएस वाले पैक लॉन्च करने को कहा गया है। ट्राई ने परामर्श पत्र पर 16 अगस्त तक सुझाव और अगस्त तक जवाबी सुझाव मांगे थे
बंडल पैक से ग्राहकों को सुविधा- एयरटेल
ट्राई के सुझाव पर दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी एयरटेल ने कहा कि फिलहाल उपलब्ध प्लान सरल, सीधे और आसानी से समझ में आने वाले हैं। ग्राहक, विशेष रूप से पुराने ग्राहक, सर्व-समावेशी बंडल वॉयस, डेटा और एसएमएस पैक पसंद करते हैं। ये पैक न तो जटिल हैं और न ही इनमें कोई हियुएन शुल्क है। बंडल पैक ग्राहकों को कई योजनाओं को अलग-अलग प्रबंधित करने की आवश्यकता को समाप्त करता है।
मौजूदा टैरिफ को जियो यूजर किफायती मानते हैं
सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी जियो ने अपने जवाब में एक सर्वे के नतीजों का हवाला दिया है. जियो के मुताबिक, 91 फीसदी मोबाइल यूजर्स का मानना है कि मौजूदा टेलीकॉम टैरिफ किफायती हैं। दूसरी ओर, 93 फीसदी उपभोक्ताओं का कहना है कि बाजार में उनके पास पर्याप्त विकल्प हैं।
वॉयस-एसएमएस वनली पैक डिजिटल डिवाइड बढ़ाएगा- VI
तीसरी प्रमुख निजी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन-आइडिया का तर्क है कि सिर्फ वॉयस या एसएमएस पैक लॉन्च करने से देश में उपभोक्ताओं के बीच डिजिटल विभाजन बढ़ जाएगा। ऐसे पैक पेश करने से गैर-डेटा उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं को अपग्रेड करने और उनका अनुभव करने से हतोत्साहित किया जाएगा।
टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई ने ये दलीलें दी थीं
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने अपने पेपर में कहा था: “यह देखा गया है कि बाजार में उपलब्ध टैरिफ ऑफर मुख्य रूप से बंडलों में आ रहे हैं, जिसमें डेटा, वॉयस, एसएमएस और ओटीटी सेवाएं शामिल हैं। ये बंडल ऑफर बड़ी संख्या में ग्राहकों की ज़रूरतों को पूरा नहीं करते हैं, क्योंकि सभी ग्राहक सभी सेवाओं का उपयोग नहीं करते हैं। इससे उन्हें उन सेवाओं के लिए भी भुगतान करना पड़ता है जिनका वे उपयोग नहीं करते हैं।